Saturday, December 10, 2011

सूचना और संचार की सार्वभौमि‍कता

आकाशवाणी बि‍लासपुर से प्रसारि‍त रेडि‍यो रूपक 
'सूचना और संचार की सार्वभौमि‍कता' 

आदि‍काल से ही मानव के वि‍कास का आधार सूचनाओं का आदान प्रदान रहा है, दूसरे शब्‍दों में कहें तो हम सूचना और ज्ञान को एक दूसरे का पर्याय मान सकते हैं। संपूर्ण वि‍श्‍व में बि‍खरी पड़ी इस ज्ञान राशि‍ का सर्वोत्‍तम उपयोग तभी संभव है जब इसका आदान प्रदान हो और वो भी त्‍वरि‍त गति‍ से और आज इसी वजह से तेज गति‍ से सूचनाओं का संचार वि‍कास का पैमाना बन गया है। सूचना कहें, ज्ञान कहें या डाटा कहें जो देश जि‍तनी तेजी से इसे ग्रहण करेगा, भेजेगा और उपयोग में लायेगा वही सबसे ज्‍यादा वि‍कसि‍त कहलाएगा........कुछ साक्षात्‍कार और कुछ बातों पर आधारि‍त प्रस्‍तुत है ये रेडि‍यो रूपक




आलेख व वाचन सुप्रि‍या भारतीयन

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