Monday, March 21, 2011

बोलते शब्‍द 17

आज के शब्‍द हैं - 'धमकी ' व 'चेतावनी' और 'नमस्‍ते' व 'प्रणाम'......

आमतौर पर हम एक समान अर्थों वाले या समान दीखने वाले शब्‍दों को समझने में कठि‍नाई महसूस करते हैं। भाषावैज्ञानि‍क दष्‍ि‍ट से उनके सूक्ष्‍म अंतरों का वि‍श्‍लेषण शब्‍दों के जोडों के रूप 'बोलते शब्‍द' (लेबल) के अंतर्गत पॉडकास्‍ट के रूप क्रमश: प्रस्‍तुत कि‍ये जा रहे हैं.........


आलेख - डॉ.रमेश चंद्र महरोत्रा
वाचक -संज्ञा

33. 'धमकी ' व 'चेतावनी'



34. 'नमस्‍ते' व 'प्रणाम'






1 comment:

  1. Sangya ji aapke swar mein swyam Saraswati ji ka vaas hai...mujhe aap par garva hai....

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